आज के आज , कल के कल
बातें .............. कुछ अनकही सी !
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आओ दोस्तों आज मै तुम्हे एक कहानी सुनाता हूँ ,जो रोज़ मेरे सपनो में आती है !.............................................................
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जैसे -जैसे मौसम बदलता है ,वैसे -वैसे इंसानों के व्यवहार में भी बदलाव होता रहता है !गर्मी की रातों में जुगनू जो चमकते है !वो सर्द रातों के ...
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आज फिर दिल के दरवाजे पर किसी ने दस्तक दी है ! आज फिर मेरे अल्फाज़ लड़खड़ाने लगे है !
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आज के आज , कल के कल
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when " YOU " in " I LOVE YOU " becomes more important than the "I" the word in middle just starts Glowing........
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अब सभी लोग एक -दुसरे से घुल मिल रहे है !एक -दुसरे को जानने -पहचानने लगे है,नए रिश्ते बनने लगे है ,और पुराने रिश्तो की नयी परिभाषाएं ! अब जज़...
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इन्सान भी अजीब है ,भविष्य के सपने बुनते हुए और अतीत में जुगाली करते -करते अपना वर्तमान व्यतीत कर देता है......................!
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I welcome myself to the exciting world of blogging. Watch out for this space for more..............I promise you'll leave wanting for ...
Wednesday 14 November 2012
Sunday 10 June 2012
जादुई किताब
आओ दोस्तों आज मै तुम्हे एक कहानी सुनाता हूँ ,जो रोज़ मेरे सपनो में आती है !..............................................................................................................................
एक छोटी -सी माया
नगरी में, राजा के घर एक नन्हे-से राजकुमार का जन्म हुआ ! बहुत जश्न मनाया गया ,लेकिन ये जश्न चन्द ही पलों में मातम में बदल गया ! पडोसी राजा ने राज्य पर अचानक आक्रमण कर राजा को म़ार दिया ,और पुरे राज्य को तहस -नहस कर दिया ! किसी तरह भागकर माँ ने खुद की और राजकुमार की जान बचाली !
अब दोनों माँ -बेटे जंगल में एक टीले पर घर बनाकर रहने लगे ,जहाँ जिंदगी गुज़ारने के लिए आवश्यक सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं थी ! लेकिन किसी तरह अपना वक़्त काट रहे थे ! धीरे -धीरे समय गुजरता गया , राजकुमार कुछ बड़ा हुआ , तब वो बहुत सपने देखने लगा ,और भगवान से बहुत शिकायतें करने लगा कि -"आखिर क्यों ? मेरा ही मुकद्दर लिखते वक़्त आपकी कलम में स्याही ख़त्म हो गयी ! " घंटों आसमान की तरफ देखता रहता , और बस एक ही सवाल ! तब माँ उससे कहती कि -" भगवान एक एन्जिल को भेजेंगे और फिर तुम्हारी सारी परेशानियाँ दूर हो जायेगी !"
एक दिन अचानक घना अँधेरा छा जाता है ,बहुत तेज़ आंधी चलती है , और ज़ोरों की बारिश होने लगती है ! सारा जंगल पानी में डूब जाता है ! सिर्फ टीले पर बना राजकुमार का छोटा - सा घर दूर से दिखाई देता है ! कुछ देर बाद थोडा अँधेरा छंटता है ,और बारिश रूकती है ! तब एक एन्जिल आता है , और राजकुमार को एक छोटी - सी किताब देकर कहता है कि -" यह एक जादुई किताब है , जिंदगी में जब भी कोई परेशानी आये तब इस किताब को खोलकर देखना इसमें तुम्हारी सारी परेशानियों का हल है !" राजकुमार बहुत खुश होता है !
वक़्त बहुत तेज़ी से गुजर जाता है ! मिटटी और लकड़ी के बनते -बिगड़ते खिलोने राजकुमार को कब .बचपन के आंगन से जवानी की दहलीज़ पर ला कर खड़ा कर देते है ! पता भी नहीं चलता है ! अब राजकुमार बहुत होशियार और चतुर हो गया था ! बड़ी -बड़ी परेशानियों को यूँही चुटकियों में हल कर देता , सब लोग अब उसे बहुत प्यार करने लगे थे !
लेकिन इन्सान समय के हाथों की कठपुतली है ! अब राजकुमार को एक दूर -दराज के सफ़र पर जाना पड़ा ,सफ़र में उसे बहुत अकेलापन महसूस होने लगा ! तब उसे एन्जिल की दी हुई जादुई किताब की याद आई ! अभी राजकुमार ने उस किताब की तरफ हाथ बढाया ही था ! कि - एक दोस्त ने आकर हाथ थाम लिया ! और उसने किताब को फिर थैले में डाल दिया ! एक-एक कर कई दोस्त आते गए , और हाथ थामते गए ! अब राजकुमार बहुत खुश रहने लगा था , क्योंकि उसके सभी दोस्त एक से बढ़कर एक थे ,सभी में अलग -अलग तरह की खूबियाँ थी ! जब भी कभी राजकुमार किसी मुसीबत में होता ,उसके सभी दोस्त उसके साथ होते थे ! सभी लोग साथ रहते ,हँसते -गाते , खाते -पीते और मस्त रहते ! अब राजकुमार को लगने लगा की शायद एन्जिल की दी हुई किताब की उसे कभी जरुरत नहीं पड़ेगी !
लेकिन अचानक राजुमार को पता चलता है कि - उसका और उसके साथियों का मक्सद समुन्दर की गहराई में छुपे मोतीओं की खोज करना है ! सभी लोग एक जहाज में सवार हो जाते है ! उस जहाज का कप्तान बहुत - ही अनुभवी और बुद्धिजीवी था ! इसीलिए सभी को सही सलाह देता और रोज़ जिंदगी के नए-नए अनुभव और फलसफे बताता शायद वो भविष्य जानता था !
अब एक बार फिर सफ़र के दौरान राजकुमार परेशान रहने लगा , इस बार उसे वजह समझ में नहीं आई ! सभी दोस्तों ने पूछा लेकिन वो नहीं बता पाया , शायद उसे भी नहीं पता था ! लेकिन समुन्दर की लहरों पर सवार उस जहाज में राजुमार की नज़रे बार -बार एक राजकुमारी पर जा कर ठहर जाती ! घोर असमंजस और उदासी राजकुमार को एक बार फिर एन्जिल की दी हुई उस किताब के करीब ले आई ! इस बार वो किताब को खोलने ही वाला था, कि जहाज पर खड़ी एक लड़की ने अचानक उसका हाथ पकड़ लिया और कहा कि - रुको अभी थोडा और इंतज़ार करो !
कुछ दिन गुजरे राजकुमार का जहाज एक बहुत बड़े तुफान में फस गया , और लहरों से टकराकर चूर -चूर हो गया ! सभी लोग बिछड़ गए ! राजकुमार दूर समुन्दर में एक टापू पर जा पहुंचा ,बहुत उदास और परेशान ! वक़्त ने एक बार फिर उसे उन्ही हालातों में ला कर छोड़ दिया ! अब उस टापू पर अकेला बैठा राजकुमार कुछ सवालों के जवाब ढूंड रहा है ,लेकिन आज उसके पास एन्जिल की दी हुई वो किताब नहीं है ! वक़्त और तूफान ने उसे भी उससे छिन लिया ....................................................................................
एक छोटी -सी माया
नगरी में, राजा के घर एक नन्हे-से राजकुमार का जन्म हुआ ! बहुत जश्न मनाया गया ,लेकिन ये जश्न चन्द ही पलों में मातम में बदल गया ! पडोसी राजा ने राज्य पर अचानक आक्रमण कर राजा को म़ार दिया ,और पुरे राज्य को तहस -नहस कर दिया ! किसी तरह भागकर माँ ने खुद की और राजकुमार की जान बचाली !
अब दोनों माँ -बेटे जंगल में एक टीले पर घर बनाकर रहने लगे ,जहाँ जिंदगी गुज़ारने के लिए आवश्यक सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं थी ! लेकिन किसी तरह अपना वक़्त काट रहे थे ! धीरे -धीरे समय गुजरता गया , राजकुमार कुछ बड़ा हुआ , तब वो बहुत सपने देखने लगा ,और भगवान से बहुत शिकायतें करने लगा कि -"आखिर क्यों ? मेरा ही मुकद्दर लिखते वक़्त आपकी कलम में स्याही ख़त्म हो गयी ! " घंटों आसमान की तरफ देखता रहता , और बस एक ही सवाल ! तब माँ उससे कहती कि -" भगवान एक एन्जिल को भेजेंगे और फिर तुम्हारी सारी परेशानियाँ दूर हो जायेगी !"
एक दिन अचानक घना अँधेरा छा जाता है ,बहुत तेज़ आंधी चलती है , और ज़ोरों की बारिश होने लगती है ! सारा जंगल पानी में डूब जाता है ! सिर्फ टीले पर बना राजकुमार का छोटा - सा घर दूर से दिखाई देता है ! कुछ देर बाद थोडा अँधेरा छंटता है ,और बारिश रूकती है ! तब एक एन्जिल आता है , और राजकुमार को एक छोटी - सी किताब देकर कहता है कि -" यह एक जादुई किताब है , जिंदगी में जब भी कोई परेशानी आये तब इस किताब को खोलकर देखना इसमें तुम्हारी सारी परेशानियों का हल है !" राजकुमार बहुत खुश होता है !
वक़्त बहुत तेज़ी से गुजर जाता है ! मिटटी और लकड़ी के बनते -बिगड़ते खिलोने राजकुमार को कब .बचपन के आंगन से जवानी की दहलीज़ पर ला कर खड़ा कर देते है ! पता भी नहीं चलता है ! अब राजकुमार बहुत होशियार और चतुर हो गया था ! बड़ी -बड़ी परेशानियों को यूँही चुटकियों में हल कर देता , सब लोग अब उसे बहुत प्यार करने लगे थे !
लेकिन इन्सान समय के हाथों की कठपुतली है ! अब राजकुमार को एक दूर -दराज के सफ़र पर जाना पड़ा ,सफ़र में उसे बहुत अकेलापन महसूस होने लगा ! तब उसे एन्जिल की दी हुई जादुई किताब की याद आई ! अभी राजकुमार ने उस किताब की तरफ हाथ बढाया ही था ! कि - एक दोस्त ने आकर हाथ थाम लिया ! और उसने किताब को फिर थैले में डाल दिया ! एक-एक कर कई दोस्त आते गए , और हाथ थामते गए ! अब राजकुमार बहुत खुश रहने लगा था , क्योंकि उसके सभी दोस्त एक से बढ़कर एक थे ,सभी में अलग -अलग तरह की खूबियाँ थी ! जब भी कभी राजकुमार किसी मुसीबत में होता ,उसके सभी दोस्त उसके साथ होते थे ! सभी लोग साथ रहते ,हँसते -गाते , खाते -पीते और मस्त रहते ! अब राजकुमार को लगने लगा की शायद एन्जिल की दी हुई किताब की उसे कभी जरुरत नहीं पड़ेगी !
लेकिन अचानक राजुमार को पता चलता है कि - उसका और उसके साथियों का मक्सद समुन्दर की गहराई में छुपे मोतीओं की खोज करना है ! सभी लोग एक जहाज में सवार हो जाते है ! उस जहाज का कप्तान बहुत - ही अनुभवी और बुद्धिजीवी था ! इसीलिए सभी को सही सलाह देता और रोज़ जिंदगी के नए-नए अनुभव और फलसफे बताता शायद वो भविष्य जानता था !
अब एक बार फिर सफ़र के दौरान राजकुमार परेशान रहने लगा , इस बार उसे वजह समझ में नहीं आई ! सभी दोस्तों ने पूछा लेकिन वो नहीं बता पाया , शायद उसे भी नहीं पता था ! लेकिन समुन्दर की लहरों पर सवार उस जहाज में राजुमार की नज़रे बार -बार एक राजकुमारी पर जा कर ठहर जाती ! घोर असमंजस और उदासी राजकुमार को एक बार फिर एन्जिल की दी हुई उस किताब के करीब ले आई ! इस बार वो किताब को खोलने ही वाला था, कि जहाज पर खड़ी एक लड़की ने अचानक उसका हाथ पकड़ लिया और कहा कि - रुको अभी थोडा और इंतज़ार करो !
कुछ दिन गुजरे राजकुमार का जहाज एक बहुत बड़े तुफान में फस गया , और लहरों से टकराकर चूर -चूर हो गया ! सभी लोग बिछड़ गए ! राजकुमार दूर समुन्दर में एक टापू पर जा पहुंचा ,बहुत उदास और परेशान ! वक़्त ने एक बार फिर उसे उन्ही हालातों में ला कर छोड़ दिया ! अब उस टापू पर अकेला बैठा राजकुमार कुछ सवालों के जवाब ढूंड रहा है ,लेकिन आज उसके पास एन्जिल की दी हुई वो किताब नहीं है ! वक़्त और तूफान ने उसे भी उससे छिन लिया ....................................................................................
Tuesday 3 April 2012
parivartan
जैसे -जैसे मौसम बदलता है ,वैसे -वैसे इंसानों के व्यवहार में भी बदलाव होता रहता है !गर्मी की रातों में जुगनू जो चमकते है !वो सर्द रातों के घने अंधरे में कहीं गुम हो जाते है !और बसंत में जो कोयल की कुह होती है, वो बरसात के बाद के सन्नाटे में तब्दील हो जाती है !बरसात के मेंढक की टर्र बसंत में बदल जाती है !प्रकृति की प्रकृति है -बदलाव! इस दुनिया में कुछ भी स्थाई नहीं है सिवाए परिवर्तन के !
Monday 6 February 2012
Friday 25 November 2011
Wednesday 23 November 2011
अब सभी लोग एक -दुसरे से घुल मिल रहे है !एक -दुसरे को जानने -पहचानने लगे है,नए रिश्ते बनने लगे है ,और पुराने रिश्तो की नयी परिभाषाएं ! अब जज़्बात ठीक-ठीक ज़ाहिर होने लगे है ! एक और जहाँ सभी लोग एक -दुसरे में खो रहे हैं, वंही में बस उन में अपने अतीत की यादें देख रहा था !और उन यादों के साथ जुगाली कर रहा था !लेकिन कोई और भी है ,जो मुझे भी देख रहा है !
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