आओ दोस्तों आज मै तुम्हे एक कहानी सुनाता हूँ ,जो रोज़ मेरे सपनो में आती है !..............................................................................................................................
एक छोटी -सी माया
नगरी में, राजा के घर एक नन्हे-से राजकुमार का जन्म हुआ ! बहुत जश्न मनाया गया ,लेकिन ये जश्न चन्द ही पलों में मातम में बदल गया ! पडोसी राजा ने राज्य पर अचानक आक्रमण कर राजा को म़ार दिया ,और पुरे राज्य को तहस -नहस कर दिया ! किसी तरह भागकर माँ ने खुद की और राजकुमार की जान बचाली !
अब दोनों माँ -बेटे जंगल में एक टीले पर घर बनाकर रहने लगे ,जहाँ जिंदगी गुज़ारने के लिए आवश्यक सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं थी ! लेकिन किसी तरह अपना वक़्त काट रहे थे ! धीरे -धीरे समय गुजरता गया , राजकुमार कुछ बड़ा हुआ , तब वो बहुत सपने देखने लगा ,और भगवान से बहुत शिकायतें करने लगा कि -"आखिर क्यों ? मेरा ही मुकद्दर लिखते वक़्त आपकी कलम में स्याही ख़त्म हो गयी ! " घंटों आसमान की तरफ देखता रहता , और बस एक ही सवाल ! तब माँ उससे कहती कि -" भगवान एक एन्जिल को भेजेंगे और फिर तुम्हारी सारी परेशानियाँ दूर हो जायेगी !"
एक दिन अचानक घना अँधेरा छा जाता है ,बहुत तेज़ आंधी चलती है , और ज़ोरों की बारिश होने लगती है ! सारा जंगल पानी में डूब जाता है ! सिर्फ टीले पर बना राजकुमार का छोटा - सा घर दूर से दिखाई देता है ! कुछ देर बाद थोडा अँधेरा छंटता है ,और बारिश रूकती है ! तब एक एन्जिल आता है , और राजकुमार को एक छोटी - सी किताब देकर कहता है कि -" यह एक जादुई किताब है , जिंदगी में जब भी कोई परेशानी आये तब इस किताब को खोलकर देखना इसमें तुम्हारी सारी परेशानियों का हल है !" राजकुमार बहुत खुश होता है !
वक़्त बहुत तेज़ी से गुजर जाता है ! मिटटी और लकड़ी के बनते -बिगड़ते खिलोने राजकुमार को कब .बचपन के आंगन से जवानी की दहलीज़ पर ला कर खड़ा कर देते है ! पता भी नहीं चलता है ! अब राजकुमार बहुत होशियार और चतुर हो गया था ! बड़ी -बड़ी परेशानियों को यूँही चुटकियों में हल कर देता , सब लोग अब उसे बहुत प्यार करने लगे थे !
लेकिन इन्सान समय के हाथों की कठपुतली है ! अब राजकुमार को एक दूर -दराज के सफ़र पर जाना पड़ा ,सफ़र में उसे बहुत अकेलापन महसूस होने लगा ! तब उसे एन्जिल की दी हुई जादुई किताब की याद आई ! अभी राजकुमार ने उस किताब की तरफ हाथ बढाया ही था ! कि - एक दोस्त ने आकर हाथ थाम लिया ! और उसने किताब को फिर थैले में डाल दिया ! एक-एक कर कई दोस्त आते गए , और हाथ थामते गए ! अब राजकुमार बहुत खुश रहने लगा था , क्योंकि उसके सभी दोस्त एक से बढ़कर एक थे ,सभी में अलग -अलग तरह की खूबियाँ थी ! जब भी कभी राजकुमार किसी मुसीबत में होता ,उसके सभी दोस्त उसके साथ होते थे ! सभी लोग साथ रहते ,हँसते -गाते , खाते -पीते और मस्त रहते ! अब राजकुमार को लगने लगा की शायद एन्जिल की दी हुई किताब की उसे कभी जरुरत नहीं पड़ेगी !
लेकिन अचानक राजुमार को पता चलता है कि - उसका और उसके साथियों का मक्सद समुन्दर की गहराई में छुपे मोतीओं की खोज करना है ! सभी लोग एक जहाज में सवार हो जाते है ! उस जहाज का कप्तान बहुत - ही अनुभवी और बुद्धिजीवी था ! इसीलिए सभी को सही सलाह देता और रोज़ जिंदगी के नए-नए अनुभव और फलसफे बताता शायद वो भविष्य जानता था !
अब एक बार फिर सफ़र के दौरान राजकुमार परेशान रहने लगा , इस बार उसे वजह समझ में नहीं आई ! सभी दोस्तों ने पूछा लेकिन वो नहीं बता पाया , शायद उसे भी नहीं पता था ! लेकिन समुन्दर की लहरों पर सवार उस जहाज में राजुमार की नज़रे बार -बार एक राजकुमारी पर जा कर ठहर जाती ! घोर असमंजस और उदासी राजकुमार को एक बार फिर एन्जिल की दी हुई उस किताब के करीब ले आई ! इस बार वो किताब को खोलने ही वाला था, कि जहाज पर खड़ी एक लड़की ने अचानक उसका हाथ पकड़ लिया और कहा कि - रुको अभी थोडा और इंतज़ार करो !
कुछ दिन गुजरे राजकुमार का जहाज एक बहुत बड़े तुफान में फस गया , और लहरों से टकराकर चूर -चूर हो गया ! सभी लोग बिछड़ गए ! राजकुमार दूर समुन्दर में एक टापू पर जा पहुंचा ,बहुत उदास और परेशान ! वक़्त ने एक बार फिर उसे उन्ही हालातों में ला कर छोड़ दिया ! अब उस टापू पर अकेला बैठा राजकुमार कुछ सवालों के जवाब ढूंड रहा है ,लेकिन आज उसके पास एन्जिल की दी हुई वो किताब नहीं है ! वक़्त और तूफान ने उसे भी उससे छिन लिया ....................................................................................
एक छोटी -सी माया
नगरी में, राजा के घर एक नन्हे-से राजकुमार का जन्म हुआ ! बहुत जश्न मनाया गया ,लेकिन ये जश्न चन्द ही पलों में मातम में बदल गया ! पडोसी राजा ने राज्य पर अचानक आक्रमण कर राजा को म़ार दिया ,और पुरे राज्य को तहस -नहस कर दिया ! किसी तरह भागकर माँ ने खुद की और राजकुमार की जान बचाली !
अब दोनों माँ -बेटे जंगल में एक टीले पर घर बनाकर रहने लगे ,जहाँ जिंदगी गुज़ारने के लिए आवश्यक सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं थी ! लेकिन किसी तरह अपना वक़्त काट रहे थे ! धीरे -धीरे समय गुजरता गया , राजकुमार कुछ बड़ा हुआ , तब वो बहुत सपने देखने लगा ,और भगवान से बहुत शिकायतें करने लगा कि -"आखिर क्यों ? मेरा ही मुकद्दर लिखते वक़्त आपकी कलम में स्याही ख़त्म हो गयी ! " घंटों आसमान की तरफ देखता रहता , और बस एक ही सवाल ! तब माँ उससे कहती कि -" भगवान एक एन्जिल को भेजेंगे और फिर तुम्हारी सारी परेशानियाँ दूर हो जायेगी !"
एक दिन अचानक घना अँधेरा छा जाता है ,बहुत तेज़ आंधी चलती है , और ज़ोरों की बारिश होने लगती है ! सारा जंगल पानी में डूब जाता है ! सिर्फ टीले पर बना राजकुमार का छोटा - सा घर दूर से दिखाई देता है ! कुछ देर बाद थोडा अँधेरा छंटता है ,और बारिश रूकती है ! तब एक एन्जिल आता है , और राजकुमार को एक छोटी - सी किताब देकर कहता है कि -" यह एक जादुई किताब है , जिंदगी में जब भी कोई परेशानी आये तब इस किताब को खोलकर देखना इसमें तुम्हारी सारी परेशानियों का हल है !" राजकुमार बहुत खुश होता है !
वक़्त बहुत तेज़ी से गुजर जाता है ! मिटटी और लकड़ी के बनते -बिगड़ते खिलोने राजकुमार को कब .बचपन के आंगन से जवानी की दहलीज़ पर ला कर खड़ा कर देते है ! पता भी नहीं चलता है ! अब राजकुमार बहुत होशियार और चतुर हो गया था ! बड़ी -बड़ी परेशानियों को यूँही चुटकियों में हल कर देता , सब लोग अब उसे बहुत प्यार करने लगे थे !
लेकिन इन्सान समय के हाथों की कठपुतली है ! अब राजकुमार को एक दूर -दराज के सफ़र पर जाना पड़ा ,सफ़र में उसे बहुत अकेलापन महसूस होने लगा ! तब उसे एन्जिल की दी हुई जादुई किताब की याद आई ! अभी राजकुमार ने उस किताब की तरफ हाथ बढाया ही था ! कि - एक दोस्त ने आकर हाथ थाम लिया ! और उसने किताब को फिर थैले में डाल दिया ! एक-एक कर कई दोस्त आते गए , और हाथ थामते गए ! अब राजकुमार बहुत खुश रहने लगा था , क्योंकि उसके सभी दोस्त एक से बढ़कर एक थे ,सभी में अलग -अलग तरह की खूबियाँ थी ! जब भी कभी राजकुमार किसी मुसीबत में होता ,उसके सभी दोस्त उसके साथ होते थे ! सभी लोग साथ रहते ,हँसते -गाते , खाते -पीते और मस्त रहते ! अब राजकुमार को लगने लगा की शायद एन्जिल की दी हुई किताब की उसे कभी जरुरत नहीं पड़ेगी !
लेकिन अचानक राजुमार को पता चलता है कि - उसका और उसके साथियों का मक्सद समुन्दर की गहराई में छुपे मोतीओं की खोज करना है ! सभी लोग एक जहाज में सवार हो जाते है ! उस जहाज का कप्तान बहुत - ही अनुभवी और बुद्धिजीवी था ! इसीलिए सभी को सही सलाह देता और रोज़ जिंदगी के नए-नए अनुभव और फलसफे बताता शायद वो भविष्य जानता था !
अब एक बार फिर सफ़र के दौरान राजकुमार परेशान रहने लगा , इस बार उसे वजह समझ में नहीं आई ! सभी दोस्तों ने पूछा लेकिन वो नहीं बता पाया , शायद उसे भी नहीं पता था ! लेकिन समुन्दर की लहरों पर सवार उस जहाज में राजुमार की नज़रे बार -बार एक राजकुमारी पर जा कर ठहर जाती ! घोर असमंजस और उदासी राजकुमार को एक बार फिर एन्जिल की दी हुई उस किताब के करीब ले आई ! इस बार वो किताब को खोलने ही वाला था, कि जहाज पर खड़ी एक लड़की ने अचानक उसका हाथ पकड़ लिया और कहा कि - रुको अभी थोडा और इंतज़ार करो !
कुछ दिन गुजरे राजकुमार का जहाज एक बहुत बड़े तुफान में फस गया , और लहरों से टकराकर चूर -चूर हो गया ! सभी लोग बिछड़ गए ! राजकुमार दूर समुन्दर में एक टापू पर जा पहुंचा ,बहुत उदास और परेशान ! वक़्त ने एक बार फिर उसे उन्ही हालातों में ला कर छोड़ दिया ! अब उस टापू पर अकेला बैठा राजकुमार कुछ सवालों के जवाब ढूंड रहा है ,लेकिन आज उसके पास एन्जिल की दी हुई वो किताब नहीं है ! वक़्त और तूफान ने उसे भी उससे छिन लिया ....................................................................................
nyc beta :) lekin rajkumar ki ye kahani thodi aage badana..use kitab milni chaie
ReplyDeletewo kitab mile chaye na mile but dekhna usse koi achi rajkumari jarur milegi.. bhut acha likha h .. ek dam mast.. :)).. mei aage ki kahani ka wait kar rahi hun aage jarur likhna..
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