जैसे -जैसे मौसम बदलता है ,वैसे -वैसे इंसानों के व्यवहार में भी बदलाव होता रहता है !गर्मी की रातों में जुगनू जो चमकते है !वो सर्द रातों के घने अंधरे में कहीं गुम हो जाते है !और बसंत में जो कोयल की कुह होती है, वो बरसात के बाद के सन्नाटे में तब्दील हो जाती है !बरसात के मेंढक की टर्र बसंत में बदल जाती है !प्रकृति की प्रकृति है -बदलाव! इस दुनिया में कुछ भी स्थाई नहीं है सिवाए परिवर्तन के !
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आओ दोस्तों आज मै तुम्हे एक कहानी सुनाता हूँ ,जो रोज़ मेरे सपनो में आती है !.............................................................
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जैसे -जैसे मौसम बदलता है ,वैसे -वैसे इंसानों के व्यवहार में भी बदलाव होता रहता है !गर्मी की रातों में जुगनू जो चमकते है !वो सर्द रातों के ...
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आज फिर दिल के दरवाजे पर किसी ने दस्तक दी है ! आज फिर मेरे अल्फाज़ लड़खड़ाने लगे है !
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आज के आज , कल के कल
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when " YOU " in " I LOVE YOU " becomes more important than the "I" the word in middle just starts Glowing........
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अब सभी लोग एक -दुसरे से घुल मिल रहे है !एक -दुसरे को जानने -पहचानने लगे है,नए रिश्ते बनने लगे है ,और पुराने रिश्तो की नयी परिभाषाएं ! अब जज़...
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इन्सान भी अजीब है ,भविष्य के सपने बुनते हुए और अतीत में जुगाली करते -करते अपना वर्तमान व्यतीत कर देता है......................!
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I welcome myself to the exciting world of blogging. Watch out for this space for more..............I promise you'll leave wanting for ...
Tuesday, 3 April 2012
parivartan
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